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पाकिस्तानी सेना को बलूचों ने सिखाया सबक, फिर दे दी धमकी !

हमले की ज़िम्मेदारी बाद में बलूचिस्तान की आजादी की लड़ाई लड़ रही बलूच लिबरेशन आर्मी ने ली..बीएलए ने यह भी साफ किया कि यह हमला उन्होंने बाकायदा घात लगाकर सैन्य काफिले पर किया था और इस हमले में 47 लोग मारे गए…यही नहीं पने दावे की पुष्टि के लिए अब बलूच लिबरेशन आर्मी ने आत्मघाती हमलावर की पहचान भी उसके फोटो के साथ जारी कर दी है.
पाकिस्तानी सेना को बलूचों ने सिखाया सबक, फिर दे दी धमकी !
पाकिस्तान की इस समय आफत आई हुई ।तालिबान से भिड़ने के बाद बार्डर पर तालिबानी लड़ाके पाकिस्तानी फ़ौज को सबक़ सिखा रहे हैं।अफ़ग़ानिस्तान में की गई एयर स्ट्राइक का बदला लिया जा रहा है।लेकिन इससे पहले से ही महंगाई, कंगाली, भुखमरी और  देश टूटने के ख़तरे से जूझ रहे पाकिस्तान को बलूचिस्तान के लोग भी सबक सिखा रहे हैं। इसी कड़ी में बलूच लिब्रेशन आर्मी ने पाकिस्तानी फ़ौज को एक बार फिर निशाना बनाया था। जिस आत्मघाती हमले में पाकिस्तान के पश्चिमी प्रांत बलूचिस्तान के तुरबत शहर में एक यात्री वैन और उसके बगल में चल रही पुलिस गाड़ी पर हमला किया गया। जिसमें 60 से ज्यादा लोग घायल हो गए और पांच लोगों की मौत हुई। ये बात तो पाकिस्तान प्रशासन ने की थी।और ये भी चिल्ला चिल्ला कर कहा था कि इस हमले में कोई भी आत्मघाती हमलावर शामिल नहीं है।लेकिन अब इस झूठ से भी पर्दा उठ चुका है।क्योंकि इस हमले की ज़िम्मेदारी बाद में बलूचिस्तान की आजादी की लड़ाई लड़ रही बलूच लिबरेशन आर्मी ने ली..बीएलए ने यह भी साफ किया कि यह हमला उन्होंने बाकायदा घात लगाकर सैन्य काफिले पर किया था और इस हमले में 47 लोग मारे गए। यही नहीं पने दावे की पुष्टि के लिए अब बलूच लिबरेशन आर्मी ने आत्मघाती हमलावर की पहचान भी उसके फोटो के साथ जारी कर दी है।इस जानकारी के मुताबिक आत्मघाती हमलावर का नाम बाहर अली उर्फ कारवान था जो बीएलए की मजीद ब्रिगेड का एक सक्रिय सदस्य था।


तुरबत इलाक़े में हुए इस हमले की एक तस्वीर भी सामने आई। जिसमें पाकिस्तानी फौज के जवानों को ले जा रही बस को निशाना बनाते हुए देखा सकता है।पाकिस्तानी फ़ौज पर हुए इस हमले के सामने आए वीडियो में देखा गया कि बस जवानों को लेकर आगे बढ़ रही है तभी अचानक से तेज़ धमाका होता है।और पूरा इलाक़ा दहल उठता है।धमाका होते ही आग की तेज़ लपटें उठतीं है इस तस्वीर के सामने आने के बाद ये साफ़ अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि इस हमले में कोई भी नहीं बचा होगा। इस हमले के बाद BLA ने जिस तरीके से ज़िम्मेदारी लेते हुए हमलावर की तस्वीर जारी की वो पाकिस्तान को एक और बड़ी चेतावनी है। अपने बलूचिस्तान से दूर रहने की। इस बड़े हमले से सिर्फ़ पाकिस्तान को ही नहीं चीन को भी एक संदेश दिया गया है।कि वो भी अपने CPEC के सपने छोड़ दे।

बलूचिस्तान के बारे में जाने तो ये पाकिस्तान का सबसे प्रांत होने के साथ पाकिस्तान के लिए एक बहुत ज़रूरी जगह भी है। यहां सोने, हीरे, चांदी और तांबे जैसे प्राकृतिक संसाधन पाए जाते हैं। लेकिन इस के बाद भी इस इलाक़े की आबादी ईरान और पाकिस्तान के सबसे गरीब लोगों में से एक है।

बलूचिस्तान में दो मुख्य कबीले मारी और बुगती हैं। इन दोनों का ही BLA पर दबदबा है। हालात ये हैं कि कई इलाकों में इनके डर की वजह से पाकिस्तानी फौज जमीन पर नहीं उतरती। इसलिए हवाई हमले किए जाते हैं।

यहां रहने वाले बलूच एक सुन्नी मुस्लिम समूह है जो ईरान-पाकिस्तान सीमा के दोनों ओर और दक्षिणी अफगानिस्तान के कुछ हिस्सों में रहता है।
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