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पाकिस्तान ने बांग्लादेश को फंसाकर किया खेल, राहत फ़तह अली खान का लिया सहारा

पाकिस्तान के मशहूर गायक राहत फतेह अली खान का एक कॉन्सर्ट बांग्लादेश में हुआ जहां शेख़ हसीना के ख़िलाफ़ नफरती नारे लगे…इतना ही नहीं नारेबाज़ी करने वालों ने शेख़ हसीना को फांसी देने की मांग कर दी…बांग्लादेश आने से पहले राहत फतेह अली खान ने एक वीडियो में बांग्लादेश और पाकिस्तान की दोस्ती बढ़ती रहे इसकी दुआ की थी..
पाकिस्तान ने बांग्लादेश को फंसाकर किया खेल, राहत फ़तह अली खान का लिया सहारा

पाकिस्तान एक ऐसा देश है जो अपने कट्टरपंथ के लिए जाना जाता है। खाने को दाना नहीं लेकिन भारत के ख़िलाफ़ षडयंत्र रचने से बाज़ नहीं आता। अब अपने इस खेल में आतंकपरस्त देश पाकिस्तान ने कट्टरपंथ का शिकार हो चुके बांग्लादेश को फंसा लिया है। बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हमले बढ़ते चले जा रहे हैं। साथ ही शेख़ हसीना को भारत से वापस बांग्लादेश लाने के लिए मोहम्मद युनूस की सरकार ने पूरा ज़ोर लगा रखा है। शेख़ हसीना के लिए इतनी नफ़रत वहां की कट्टरपंथियों की सरकार अपने लोगों में भर रही है कि वह बहुत ख़तरनाक है। इस बीच पाकिस्तान ने एक नया ड्रामा रचकर बांग्लादेश के कट्टरपंथियों के साथ मिलकर ऐसा काम किया है जो सहन करने लायक़ नहीं है। दरअसल, पाकिस्तान के मशहूर गायक राहत फतेह अली खान का एक कॉन्सर्ट बांग्लादेश में हुआ, जहां शेख़ हसीना के ख़िलाफ़ नफरती नारे लगे। इतना ही नहीं, नारेबाज़ी करने वालों ने शेख़ हसीना को फांसी देने की मांग कर दी। बांग्लादेश आने से पहले राहत फतेह अली खान ने एक वीडियो में बांग्लादेश और पाकिस्तान की दोस्ती बढ़ती रहे इसकी दुआ की थी और बांग्लादेश के ढाका के आर्मी स्टेडियम में परफ़ॉर्म करने की बात कही थी। इस वीडियो को बांग्लादेश के हाई कमीशन ने जारी किया।

इकोस ऑफ रिवोल्यूशन नाम से इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था जिसे चेरिटी के लिए किया गया। यह कार्यक्रम सिर्फ़ इसलिए किया गया ताकि हसीना सरकार के पतन से प्रभावित लोगों को समर्थन दिया जा सके। कॉन्सर्ट के दौरान छात्र नेता सरजीस आलम ने स्टेज पर आकर शेख हसीना को फांसी की मांग के नारे लगाए। आलम के सुर में सुर मिलाते हुए वहां बैठी भीड़ ने भी इस नारेबाजी में साथ दिया। जुलाई में देश के जिन कुछ कट्टरपंथियों ने हुड़दंग कर सरकार का तख्तपलट किया, जिनमें कुछ ने जान गवाई, उनके परिवारों को न्याय देने की मांग की गई। साथ ही शेख़ हसीना को जल्द बांग्लादेश में लाकर उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई की बात कही गई। अब एक तरफ़ पाकिस्तान के क़रीब जाकर बांग्लादेश के कट्टरपंथ का बढ़ना और दूसरी तरफ़ पाकिस्तान का बांग्लादेश को अपने जाल में फंसाना और भारत के ख़िलाफ़ उसका इस्तेमाल करना ये भारत के लिए भी चिंता की बात है, लेकिन भारत अब अपने तरीक़े से बांग्लादेश को सबक़ सिखाने में लगा हुआ है। देखना होगा कि बांग्लादेश का अब आगे क्या होगा।


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