पाकिस्तान ने बांग्लादेश को फंसाकर किया खेल, राहत फ़तह अली खान का लिया सहारा

इकोस ऑफ रिवोल्यूशन नाम से इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था जिसे चेरिटी के लिए किया गया। यह कार्यक्रम सिर्फ़ इसलिए किया गया ताकि हसीना सरकार के पतन से प्रभावित लोगों को समर्थन दिया जा सके। कॉन्सर्ट के दौरान छात्र नेता सरजीस आलम ने स्टेज पर आकर शेख हसीना को फांसी की मांग के नारे लगाए। आलम के सुर में सुर मिलाते हुए वहां बैठी भीड़ ने भी इस नारेबाजी में साथ दिया। जुलाई में देश के जिन कुछ कट्टरपंथियों ने हुड़दंग कर सरकार का तख्तपलट किया, जिनमें कुछ ने जान गवाई, उनके परिवारों को न्याय देने की मांग की गई। साथ ही शेख़ हसीना को जल्द बांग्लादेश में लाकर उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई की बात कही गई। अब एक तरफ़ पाकिस्तान के क़रीब जाकर बांग्लादेश के कट्टरपंथ का बढ़ना और दूसरी तरफ़ पाकिस्तान का बांग्लादेश को अपने जाल में फंसाना और भारत के ख़िलाफ़ उसका इस्तेमाल करना ये भारत के लिए भी चिंता की बात है, लेकिन भारत अब अपने तरीक़े से बांग्लादेश को सबक़ सिखाने में लगा हुआ है। देखना होगा कि बांग्लादेश का अब आगे क्या होगा।