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केजरीवाल ने चिट्ठी लिखकर आतिशी पर खेला ऐसा दांव, AAP में मच गया हड़कंप

जेल से केजरीवाल ने चिट्ठी लिखकर आतिशी को अपनी जगह 15 अगस्त पर तिरंगा फहराने के किए कहा है. जिससे तमाम खबरें तूल पकड़ने लगी है।
केजरीवाल ने चिट्ठी लिखकर आतिशी पर खेला ऐसा दांव, AAP में मच गया हड़कंप

क्या दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ( Arvind Kejriwal) की कुर्सी जाने वाली है? क्या जल्द सीएम का इस्तीफा होने वाला है? ये हम नहीं बल्कि इन खबरों को केजरीवाल की चिट्ठी हवा दे रही है। केजरीवाल ने जेल से एक धमाकेदार चिट्ठी भेजी हैं जिसने आम आदमी पार्टी में हंगामा खड़ा कर दिया है। क्योंकि इस चिट्ठी से कयास लगाए जाने लगे है कि केजरीवाल की जगह अब आतिशी मुख्यमंत्री बनेंगी। बवाल इसलिए मचा है क्योंकि एक बार फिर केजरीवाल ने संजय सिंह की अरमानों पर पानी फेर दिया है। वो संजय सिंह जो केजरीवाल- मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन के जेल में होने की वजह से खुद को पार्टी में सबसे ऊपर देख रहे थे, खुद को कर्ताधर्ता समझ रहे थे। केजरीवाल के बाद मुख्यमंत्री बनने के सपने देख रहे थे लेकिन एक झटके में केजरीवाल की चिट्ठी में खेल कर दिया है। 

केजरीवाल की चिट्ठी से मचा बवाल


केजरीवाल ( Arvind Kejriwal) की चिट्ठी में लिखा गया है कि - कैबिनेट मंत्री आतिशी 15 अगस्त को शहर सरकार के स्वतंत्रता दिवस समारोह में उनके स्थान पर राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगी ।

यानी की केजरीवाल ने अपनी जगह सीधा सीधा आतिशी को दे दी है। अबतक स्वतंत्रता दिवस के मौके पर हर साल दिल्ली सरकार छत्रसाल स्टेडियम में कार्यक्रम आयोजित करती थी, तो मुख्यमंत्री के तौर पर केजरीवाल ही तिरंगा फहराते थे। लेकिन अब आतिशी को आगे रखते हुए केजरीवाल ने सीधे तौर पर संजय सिंह, राघव चड्ढा को ठेंगा दिखाकर साइड लाइन करने का काम किया है। ऐसे में अब कहा तो ये भी जा रहा है कि केजरीवाल अगर इस्तीफा देकर आतिशी को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला लेते हैं, तो आम आदमी पार्टी में फूट पड़ जाएगी। क्योंकि आप के कई नेता है जो खुदको मुख्यमंत्री की रेस में आगे देखते हैं और उन नामों में संजय सिंह का नाम आता है। लेकिन उन्हें दरकिनार करना अब केजरीवाल की पार्टी में तबाही लाने जैसे हो सकता है।

क्योंकि पहले भी केजरीवाल सारी जिम्मेदारी अपनी पत्नी को दे रहे थे और अब एक मुख्यमंत्री की जगह पर आतिशी को तिरंग फहराने के लिए खड़ा करने का फैसला कर दिया है। ये फैसला कहीं ना कहीं आम आदमी पार्टी पर भारी पड़ने वाला है। क्योंकि संजय सिंह अगर बगावत पर आए तो जाहिर सी बात है कि पार्टी के लिए नासूर बन जाएंगे। फिर ना केजरीवाल बच पाएंगे, ना आम आदमी पार्टी। क्योंकि जिस शराब घोटाले में केजरीवाल जमानत के लिए तमाम जतन कर रहे हैं। उसी शराब घोटाले में संजय सिंह भी जमानत पर बाहर हैं और वो पार्टी के बड़े नेता भी हैं। जाहिर सी बात है बात चलेगी तो अंदर तक जाएगी और खेल बिगड़ आएगी। 

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