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Metro Card Scam: एक झटके में गायब हो सकता है आपके मेट्रो कार्ड का पूरा पैसा!

दिल्ली, मुंबई और देश के अन्य महानगरों में मेट्रो से सफर करना आज हर रोज़ का हिस्सा बन गया है। NFC (Near Field Communication) तकनीक के साथ मेट्रो कार्ड ने सफर को बेहद आसान बना दिया है। लेकिन अब यही तकनीक ठगों के लिए कमाई का जरिया बन गई है।
Metro Card Scam: एक झटके में गायब हो सकता है आपके  मेट्रो कार्ड का पूरा पैसा!
मेट्रो से सफर करना न केवल तेज और सुविधाजनक है, बल्कि भीड़भाड़ वाले शहरों में यह समय और पैसे दोनों की बचत करता है। मेट्रो कार्ड का उपयोग आज के डिजिटल युग में सफर को और भी आसान बना देता है। लेकिन, जैसे-जैसे तकनीक उन्नत हो रही है, वैसे-वैसे साइबर ठगी के नए तरीके भी सामने आ रहे हैं। आज हम आपको एक ऐसे घोटाले के बारे में बताएंगे जो मेट्रो कार्ड उपयोगकर्ताओं के लिए खतरा बन गया है।
क्या है मेट्रो कार्ड NFC घोटाला?
मेट्रो कार्ड में अब ज्यादातर Near Field Communication (NFC) तकनीक का उपयोग होता है। इस तकनीक से आप बिना कार्ड को स्कैनर पर लगाए भुगतान कर सकते हैं। यह सुविधा जितनी आसान लगती है, उतनी ही खतरनाक भी हो सकती है। साइबर ठग NFC तकनीक का फायदा उठाकर आपके मेट्रो कार्ड की जानकारी चोरी कर सकते हैं।

ये ठग जानबूझकर लाइन में आपको धक्का देते हैं और आपके कार्ड को अपने पास मौजूद एक विशेष डिवाइस के पास ले जाते हैं। यह डिवाइस आपके कार्ड की जानकारी को कॉपी कर लेता है। इसके बाद, चुराई गई जानकारी से नकली कार्ड तैयार किया जाता है, जिससे आपका सारा पैसा चोरी हो सकता है।
कैसे होता है ये घोटाला?
 ठगों के पास एक पोर्टेबल डिवाइस होता है जो NFC तकनीक को स्कैन कर सकता है। जैसे ही आपका कार्ड डिवाइस के संपर्क में आता है, उसकी पूरी जानकारी कॉपी हो जाती है।  चुराई गई जानकारी का उपयोग कर ठग नकली कार्ड बनाते हैं और आपके पैसे निकाल लेते हैं। लेकिन अब सवाल ये बनता है कि इस घोटाले से कैसे बचा जा सकता  है। 
1. मेट्रो कार्ड को सुरक्षित रखें: जब भी मेट्रो में सफर करें, अपने मेट्रो कार्ड को सुरक्षित स्थान, जैसे पर्स या बैग में रखें। ध्यान दें कि कार्ड को खुले में न रखें ताकि ठगों के डिवाइस की पहुंच उससे दूर रहे।
2. NFC फीचर बंद करवाएं: अगर आपका मेट्रो कार्ड NFC तकनीक को सपोर्ट करता है और आप इसका उपयोग नहीं कर रहे हैं, तो इसे बंद करवाएं। मेट्रो हेल्पलाइन से संपर्क कर इस प्रक्रिया के बारे में जानकारी लें।
3. मजबूत पिन सेट करें: स्मार्ट मेट्रो कार्ड के लिए एक मजबूत और यूनिक पिन सेट करें। यह अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान करता है।
4. ऐप्स का उपयोग करें: ऐसे मोबाइल ऐप्स का उपयोग करें जो आपके कार्ड की ट्रांजैक्शन एक्टिविटी पर नजर रख सकते हैं। इससे आपको किसी भी अनाधिकृत गतिविधि का तुरंत पता चल जाएगा।
5. सतर्क रहें: मेट्रो स्टेशन पर लाइन में ज्यादा भीड़ होने से बचें और किसी भी अजनबी को अपना मेट्रो कार्ड न दें।

अगर आपका मेट्रो कार्ड क्लोन हो गया है या पैसे चोरी हो गए हैं, तो तुरंत इन कदमों को उठाएं घटना के तुरंत बाद मेट्रो हेल्पलाइन को सूचित करें ताकि आपका कार्ड ब्लॉक किया जा सके। साइबर क्राइम सेल में रिपोर्ट दर्ज करें और पूरी घटना की जानकारी दें। अगर मेट्रो कार्ड आपके बैंक खाते से लिंक है, तो तुरंत खाते की गतिविधियों की जांच करें और आवश्यक कदम उठाएं। क्लोनिंग की स्थिति में पुराने कार्ड को ब्लॉक करवा कर नया मेट्रो कार्ड बनवाएं।

मेट्रो कार्ड NFC तकनीक से सफर करना जितना सरल लगता है, उतना ही यह घोटालेबाजों के लिए एक अवसर भी बन गया है। तकनीक का उपयोग सावधानी से करना बेहद जरूरी है। अगर आप इन सुरक्षा उपायों को अपनाते हैं, तो आप न केवल अपने पैसे को सुरक्षित रख सकते हैं, बल्कि मेट्रो में बेफिक्र होकर सफर भी कर सकते हैं। इस घोटाले के बारे में जागरूक रहें और दूसरों को भी सतर्क करें ताकि हर यात्री सुरक्षित सफर का आनंद ले सके।
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