बंद हो जाएंगे देश की सभी दुकानें ? क्विक कॉमर्स इंडस्ट्री ने बढ़ाई दुकानदारों की टेंशन ! जानें कैसे बदल रहा रिटेल कॉमर्स सिस्टम ?
बता दें कि आने वाले समय में कई क्विक कॉमर्स ब्रांड डार्क स्टोर के रूप में मॉडर्न डिजाइन में नजर आएंगे। ताकि इसमें स्टाफ डिलीवरी पार्टनर्स के लिए बैठने और पार्किंग की जगह मिल सके। वहीं इसके आने से ऑफलाइन मार्केट में मौजूद दुकानदारों की टेंशन बढ़ गई है।

प्रधानमंत्री मोदी के डिजिटल इंडिया के सपने के साथ भारत लगातार आगे बढ़ रहा है। बीते कई वर्षों में क्विक कॉमर्स इंडस्ट्री ने गजब की छलांग लगाई है। यह एक ऐसी सर्विस है। जो 10 से 20 मिनट के अंदर कोई भी सामान आपके घर तक डिलीवर कर देती है। हाल ही में देश की बढ़ती क्विक कॉमर्स इंडस्ट्री की बात की जाए। तो जेप्टो ने सबसे तगड़ी छलांग लगाई है। एक अनुमान के मुताबिक 2030 तक क्विक कॉमर्स मार्केट में करीब 10% तक वृद्धि देखने को मिल सकती है। लेकिन इसके उभरने से मार्केट में मौजूद दुकानदारों की टेंशन बढ़ गई है। यहां रिटेल दुकानदारों को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। ऐसे में आइए जानते हैं कि आखिर कैसे क्विक कॉमर्स इंडस्ट्री रिटेल इकोसिस्टम को डाउन करने की तैयारी में है।
कई क्विक कॉमर्स ब्रांड डार्क मॉडर्न में आएंगे नजर
बता दें कि आने वाले समय में कई क्विक कॉमर्स ब्रांड डार्क स्टोर के रूप में मॉडर्न नजर आएंगे। ताकि इसमें स्टाफ, डिलीवरी पार्टनर्स के लिए बैठने और पार्किंग की जगह भी मिल सके। देखा जाए तो शहरों में जगहें काफी सीमित और महंगी हैं। इसी वजह से कई रियल प्रोजेक्ट्स को कुछ इस तरह डिजाइन किया जाएगा। जो क्विक कॉमर्स के सभी जरूरतों को पूरा कर सके।
क्विक कॉमर्स के आने से मार्केट का रेट बढ़ेगा
आपको बता दें कि जब क्विक कॉमर्स का मार्केट बढ़ेगा। तो कई तरह की नई-नई कैटेगरी सामने आएंगी। इसकी वजह से ऑफलाइन रिटेलर्स,ई-कॉमर्स और कई अलग-अलग तरह ब्रांड्स के क्विक कॉमर्स में कंपटीशन देखने को मिलेगा। इनमें फैशन, इलेक्ट्रॉनिक्स,होम फर्निशिंग,फिटनेस और वेलनेस की कई नई कैटेगरी सामने आएंगी। इन सब के अलावा प्रोडक्ट रिटर्न/एक्सचेंज फीचर को भी सुपरफास्ट बनाया जाएगा। जिसकी वजह से रियल एस्टेट प्रॉपर्टी में करीब 8,000 से 10,000 स्क्वॉयर फीट या उससे ज्यादा की जगह की भी मांग तेजी से बढ़ने की उम्मीद है।
छोटे शहरों में भी पहुंच रहा क्विक कॉमर्स ब्रांड
जिस तरीके से ऑनलाइन मार्केट लगातार बढ़ रहा है। ठीक उसी तरीके से क्विक कॉमर्स ब्रांड भी बड़े शहरों के साथ-साथ छोटे शहरों में भी पहुंच चुके हैं। वर्तमान में कई ऐसे ब्रांडस हैं। जो 40 से ज्यादा शहरों में पहुंच चुके हैं। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही हैं कि जैसे-जैसे यहां ट्रेंड बढ़ता जाएगा। वैसे-वैसे कई तरह की चुनौतियां भी सामने आएंगी। इनमें सबसे ज्यादा प्रॉपर्टी की कीमत बढ़ेगी। ट्रैफिक का पैटर्न भी चेंज होगा। वाटर वॉल्यूम भी कम या ज्यादा होने की उम्मीद है। सबसे बड़ी चुनौती होगी किसी डार्क स्टोर के लिए लोकेशन चुनना।
तेजी से बढ़ेगा पॉल्यूशन किराना स्टोर्स में होगी प्रतिस्पर्धा
जब क्विक कॉमर्स इंडस्ट्री तेजी से बूम करेगी। तो ऑर्डर करने के लिए ज्यादा से ज्यादा गाड़ियां मार्केट में नजर आएंगी। ऐसे में उम्मीद है कि इससे शोर और एयर पॉल्यूशन बढ़ेगा। जिसका असर हमारी जिंदगी पर भी पड़ेगा। इससे कई तरह की बीमारियां बढ़ेंगी। दूसरी तरफ घर बैठे लोगों को तेजी से सर्विस प्रोवाइड करने को लेकर कंपनियों में तगड़ी होड़ देखने को मिलेगी। ऐसे में उसके आसपास तमाम तरह के किराना स्टोर्स को कई तरह के दबाव झेलना पड़ेगा। उम्मीद है कि इन क्विक कॉमर्स इंडस्ट्री कई किराना स्टोर्स भी कड़ी टक्कर देते नजर आएंगे। यह सभी घर बैठे सामान की डिलीवरी देने में काफी तेजी से आगे आ सकते हैं।