School Scholarship Yojana: योगी सरकार इस स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को दें रही है पैसे, जानें कैसे मिलेगा इस योजना का फायदा

School Scholarship Yojana: सरकार अपने हर नागरिकों के लिए तरह तरह की योजना चलाती है।बच्चों से लेकर बूढ़ो तक उनके जरूरतों के हिसाब से योजना लाती है। वही एजुकेशन को लेकर भी सरकार ने कई कदम उठाये है।शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए भी कई तरह की योजना शुरू की है।इन योजनाओं को बड़े स्तर पर लोग लाभ लें रहे है। वही अगर आप बच्चों को पढ़ाते है। तो उसके लिए आप पहले से ही फीस इक्कठा करने लगते है।लेकिन क्या आपको पता है बच्चों को पढ़ाने के लिए भी सरकार पैसे दें रही है।जी हां उत्तर प्रदेश की सरकार की तरफ से ये बड़ा कदम उठाया गया है।ताकि बच्चों को शिक्षा के लिए इस योजना से प्रोत्साहन कर सके। आइए जानते है कैसे ले इस योजना का लाभ ...
क्या है सरकार की स्कालरशिप योजना (School Scholarship Yojana)
यूपी की योगी सरकार ने संस्कृत स्कूल में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स के लिए खास योजना शुरू की है।वही इस योजना के चलते छात्रों को छात्रवर्ती दी जाती है। इस योजना के तहत 500 से ज्यादा संस्कृत स्कूल में पढ़ने वाले स्टूडेंट लाभ लें सकेंगे।
सिर्फ इन लोगो को मिलेगा फायदा (School Scholarship Yojana)
वही आपको बात दें, स्कूल स्कालरशिप योजना में सिर्फ उन लोगो को लाभ मिलता है। जिनकी सालाना आय 50 हजार रुपये है। यूपी के सीएम योगी ने हाल ही में मनंत्रीमंडल की बैठक में यह अहम् फैसला लिया है वही इस योजना के तहत 5 वी से लेकर 12 वी तक के स्टूडेंट छात्रवृति लेने के हकदार होंगे। इस योजना में स्टूडेंट्स को 50 रुपये से लेकर 200 रुपये तक प्रतिमाह लाभ मिलेगा। वही शिक्षा मंत्री के मुताबिक इस योजना में 5 वी से ७ वी तक के छात्रों को हर महीने 50 रुपये की राशि मिलेगी। जबकि 8 वी कक्षा के बच्चों को 75 रुपये प्रतिमाह दिए जाएंगे।लेकिन इससे ऊपर वाले कक्षाओं के बच्चों को 200 रुपये प्रतिमाह दिए जाने वाले है।
लाखों बच्चों का हुआ फायदा (School Scholarship Yojana)
यूपी के संस्कृत स्कूल में अभी तक 517 स्कूल है। इन स्कूलों में कुल 1 लाख 21 हजार 573 छात्र पढाई कर रहे है। इन स्टूडेंट को योजना का लाभ मिलेगा। वही सरकार की और से दी गयी जानकारी के मुताबिक, वित्त वर्ष में छात्रवृति योजना में आवेदन ऑफलाइन जमा किये जा हे है। वही आने वाले वर्षो में योजना के फॉर्म को ऑनलाइन जमा करेंगे। सरकार की इस योजना में मुख्य उद्देश्य ये है की सभी बच्चों को शिक्षा के लिए प्रोत्साहन करना है। खासतौर पर आर्थिक रूप से कमजोर लोग नहीं लें पाते एजुकेशन। इन लोगो के लिए ही राज्य सरकार ने योजना बनाई है। वही कम कमाई के चक्कर में लोग अपने बच्चो को स्कूल नहीं भजते है इसलिए सरकार ने पैसे देने की सुविधा शुरू की है।